धनिया की खेती
धनिया एक बरसाती और गर्मी के मौसम मे उगाई जाने वाली सब्जी है जिसका उपयोग खाना है और दवाई के रूप में किया जाता है और हमारे देश में धनिया की खेती का एक बहुत महत्वपूर्ण स्थान है धनिया की खेती से लाभ घटा दोनों होता है धनिया का वैज्ञानिकCoriander नाम यह एक बेल वगर्य पौधा है
धनिया किस राज्य में उत्पादक होता है
धनिया की खेती भारत के सभी राज्यों में व्यापक रूप में किया जाता है जो कि हर राज्य में अलग-अलग मौसम में उगाई जाती है धनिया के कुछ प्रमुख राज्य एमपी, उत्तर प्रदेश,राजस्थान ,गुजरात ,बिहार, झारखंड ,उत्तराखंड, पंजाब, है धनिया के वैज्ञानिक विधि से उन्नत खेती किया जा सकता है
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Coriander Cultivationकरने की कुछ निम्न विधियां हैं जिस किसान अपना कर धनिया की खेती कर सकते हैं
बुवाई
धनिया की बुवाई के लिए खेत या मेढ पर धनिया की बुवाई की जाती है धनिया के लिए प्राप्त नमी होना चाहिए इससे धनिया के बीज अंकुरित हो यदि अंकुरित नहीं हो रहे हैं तो पानी का हल्का छिड़काव करें जिससे धनिया का बीज अंकुरित हो जाए
पानी प्रबंध
हरी धनिया के लिए पानी की जरूरत हमेशा रहती जिसे धनिया को पानी बराबर मात्रा में मिल सके
खाद प्रबंधन
धनिया की खेती तैयार करते समय वर्मी कंपोस्ट या गोबर की सडी गली गोबर का प्रयोग किया जाता है धनिया की बुवाई के बाद 15 दिन बाद यूरिया का छिड़काव करें जिससे धनिया के पौधे का विकास हो
निराई गुड़ाई
धनिया के लिए निराई गुड़ाई करना आवश्यक होता अगर आप धनिया की निराई गुड़ाई नहीं करते हैं खेत में अन्य खास आ जाएंगे जिससे धनिया का पौधा विकास नहीं कर पाएगा और किट भी लगा सकते हैं
रोग और किट
धनिया में रोग और किट का प्रबंध करना जरूरी होता अगर धनिया में अधिक उपज और उत्पादन लेना हो तो रोग पर ध्यान देना चाहिए जो की धनिया के रोग निम्न है
पाउडर मिलड्यो
इस रोग में धनिया के पत्ते पर सफेद रंग का पाउडर टाइप में बन जाता है
खराब धनिया के पौधों को खेत में उखाड़ कर फेंक देना चाहिए तथा फंगी साइड दवा का छिड़काव करना चाहिए
धनिया ब्लाईट
इस रोग में पौधे में पीलापन आ जाता है और पत्ती पीली होकर गिर जाती है
खराब पौधों को निकाल देना चाहिए उचित दवा का छिड़काव करना चाहिए
किट
धनिया निम्नलिखित किट होते हैं धनिया में थ्रिप्स माइट एफिड जफिड आदि होते हैं जो धनिया के पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं इसके बचाव के लिए धनिया में टाइम पर दवा छिड़काव करनी चाहिए
धनिया की कटाई
जब धनिया के पौधा 25 से 30 दिन का हो जाए तो धनिया के पौधे का कटाई करना चाहिए जिससे फसल के गुणवत्ता बनी रहे समय समय पर धनिया की कटाई करना चाहिए जिससे उत्पादकता बड़े और बीमारियों का प्रसार काम हो सके
सही तकनीकी
धनिया का सही तकनीकी से कटाई करें ताकि पौधे को कोई नुकसान ना हो और पौधा दोबारा तैयार हो जाए
धनिया में पीला रोग
यह रोग पौधों को प्रभावित करता है और फसल का उत्पादन कम हो जाता है जो कि निम्न कारण है
फंगस संक्रमण
धनिया में पत्ते का पीला होना संक्रमण का कारण होता है जैसे की मौसम के कारण ज्यादा गर्मी के कारण और अधिक नमी के कारण धनिया के पत्ते पीले हो जाते हैं
धनिया का पीला रोग का प्रमुख लक्षण
पत्तियों और तने के पीले का होना पौधों को पोषण ना मिलने के कारण पौधा कमजोर हो जाए पत्तियां सुखना जाए
धनिया के खेती में सफलता का उपाय
अच्छे बीज बोना
धनिया की खेती में एक अच्छा बीज का योगदान होता है जिससे पैदावार और गुणवत्ता बढ़ता है
बुवाई और पानी
धनिया की खेती सही टाइम से बुवाई और पानी का बहुत असर का होता है जिससे उपज पर असर पड़ता है
रोग और दवा
धनिया की खेती सही समय दवा का छिड़काव करना और सही समय पर धनिया के पौधे का देखभाल करना जिससे पता चले कि कौन सा रोग कौन सी दवा का छिड़काव किया जाए
संक्षेप
इस विधि से आप धनिया की अच्छी पैदावार और एक तकनीक वाली खेती कर सकते हैं जो कि इस पोस्ट में आपको बताया गया है कि धनिया में कौन सी रोग का पानी और कौन सी दवा डालना चाहिए और कौन सी खाद ऐसा करने आप धनिया की एक अच्छी पैदावार ले सकते हैं
धनिया कितने दिन में तैयार होती है?
35 se 40 din
धनिया की बुवाई कब करते हैं?
धनिया की बुवाई के लिए खेत या मेढ पर धनिया की बुवाई की जाती है धनिया के लिए प्राप्त नमी होना चाहिए इससे धनिया के बीज अंकुरित हो यदि अंकुरित नहीं हो रहे हैं
धनिया बोने की विधि
धनिया की बुवाई के लिए खेत या मेढ पर धनिया की बुवाई की जाती है धनिया के लिए प्राप्त नमी होना चाहिए इससे धनिया के बीज अंकुरित हो यदि अंकुरित नहीं हो रहे हैं तो पानी का हल्का छिड़काव करें जिससे धनिया का बीज अंकुरित हो जाए