लौकी की खेती पूरे भारत में की जाती है लौकी को लगाने के कई तरीके हैं लौकी की कई तरह की वैरायटी हैं और कौन सी सीजन में लगाने से किसान को ज्यादा मुनाफा प्राप्त होगा और वह कौन सी विधि है जिससे किसान अपने लौकी में बंपर पैदावार ली सकते है और ज्यादा भाव लौकी को बेच सकता है इस पोस्ट में हम आपको इस टिप्स के बारे में जानकारी देंगे
लौकी की खेती
लौकी खेती पूरे भारतवर्ष में की जा सकती है लौकी की फसल चक्र की बात करें तो 90 से 100 दिन का होता है लौकी 3 महीने का खेती है इस तरह से कई किसान एक साल में तीन-तीन बार लौकी की खेती करते हैं और अच्छा मुनाफा और पैदावार कमाते हैं
लौकी को लगाने का सही समय
लौकी की खेती साल भर में तीन बार किया जाता है सबसे ज्यादा लौकी की खेती में मुनाफा और उत्पादन के लिए आप जून और जुलाई के महीने में खेती कर सकते हैं इसमें उत्पादन ज्यादा होती है क्योंकि तभी बारिश का मौसम शुरू हो जाता है और मार्केट में लौकी काम ही आती है
या फिर आप जनवरी और फरवरी के महीने में लौकी की खेती कर मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि यह समय लौकी के पैदावार किसान कम करते हैं क्योंकि ठंड की वजह से लौकी के बीज जामव में कमी आती है
या फिर सितंबर और अक्टूबर महीने में लौकी की खेती कर सकते हैं क्योंकि बारिश भी इस महीने में कम होती है और जिन किसान जून जुलाई के महीने में लौकी की खेती की होंगे उनका लौकी खत्म हो गया होता है इस समय लौकी का उत्पादन जुलाई की अपेक्षा कम होगी और मार्केट भाव भी काम मिलेगा
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1 पारंपरिक तरीका
लौकी को कई तरीके से लगाया जाता है
इस तरीका में बीज को खेत में बिखेर दिया जाता है
2 बेड बनाकर
इस तरीके से लौकी को बेड बनाकर बोया जाता है इस विधि से बारिश के मौसम में खेती की जाति है इसेस जड़ के पास पानी का जमाव नहीं होता
मचान विधि
मचान विधि में लौकी की खेती करना का दो तरीका होता है
1 दीवार की तरह
इस विधि में लौकी को सिर्फ एक तार या लकड़ी से सहारा देता है
छत विधी
इस विधि में लौकी को चारों तरफ सहारा दिया जाता है इस विधि से लौकी के उत्पादन में वृद्धि होती है जिससे पैदावार बढ़ता है इसलिए जो किसान अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं वह मचान विधि से लौकिक खेती करते हैं
यह भी पढ़ेलौकी की खेती करते समय सावधानियां
लौकी की खेती करते समय आपके बीज को बीच को बावरटीन से उपचारित कर लेना चाहिए ऐसा करने से बीज को किट खराब नहीं करते
पौधे से पौधे की दूरी सब विधि में
पौधे से पौधे की दूरी ड1:5 फीट से 4 फीट तक होना चाहिए
मचान विधि
पौधे से पौधे की दूरी 2 फीट से 2:5 फिट रखी जाती है और लाइन से लाइन की दूरी 6 से 8 फीट के बीच रखी जाती है
मेड विधि
पौधे से पौधे की दूरी 4 फीट तथा मढे से मढे की दूरी 6 फीट खेती की उपज के अनुसार रखी जाती है
लौकी के उर्वरक की मात्रा
कोई भी फसल में उर्वरक खाद का बहुत भूमिका होती है चाहे आप पाली हाउस से लौकी की खेती करें या आप कोई भी विधि से अगर आप खाद सही नहीं दिया तो आप का फल ज्यादा मात्रा में नहीं होगा और क्वालिटी में अंतर होगा
लौकी की खेती के लिए प्रति एकड़ 50 किलो यूरिया 40 किलो पोटेशियम 35 किलो डीपी की जरूरत होती है
यदि आप जैविक खेती करते हैं तो आपको 500 किलो या 1000 वारर्म खाद की मात्रा डालना चाहिए
लौकी की खेती में रोग बीमारियां उनके रोकथाम
लौकी में तीन बीमारियां पाई जाती हैं
लाल भृंग , सफेद मक्खी, फल सडन
लाल भृंग
यह किट लौकी में एक सप्ताह में लग जात लग जाता है और लौकी की फसल को खाकर खराब कर देता है
रोकथाम
इसके रोकथाम के लिए मैलाथियान या इंडोफिल का छिड़काव 2/ पर लीटर हर 10 से 15 दिन में छिड़काव करें
फल सडन
फल सडन का मुख्य कारण फफंद का लगान होता है फफूंद के रोकथाम के लिए आप बावर्रटीन का छिड़काव कर सकते हैं
जैविक खेती में आप सफेद मक्खी तथा लाल भृग के लिए नीम तेल या तेल का छिड़काव करें तथा
इसके साथ राख का छिडकाव सुबह या शाम के टाइम के करे इससे रोकथाम किया जाता है
लौकी में ज्यादा उत्पादन में मुनाफा बढ़ाना
गोबर खाद
लौकी की खेत के लिए 120 कुंटल का गोबर खाद का छिड़काव करें और जुटाई करें जिससे खाद मिट्टी में मिल जाए और मिट्टी भुरभुरी हो जाए जिससे लौकी की जड़े जमीन में आसानी से फैल जाए
मचान विधि
लौकी की खेती के लिए मचान विधि इस्तेमाल किया जाए जिसमें फल का साइज बड़ा भी होता है और पैदावार ज्यादा होता है
3G कटिंग
लौकी की 3G कटिंग के उसके टिप को तोडना या उसके ब्रांच को काट देना जिससे लौकी में ज्यादा से ज्यादा शाखाएं आएंगे जिसमें ज्यादा मादा फूल की संख्या बढ़ जाएंगे और फल अच्छा बनता है
लौकी की सबसे अच्छी किस्म कोने सी है?
भारत में लोककी की बहुत सी किस्में है पुषा सिजन्ता आदि
लौकी के पौधे में क्या डालें?
लौकी के पौधे n.p.k. का यूज़ कर सकते है
लौकी के लिए सबसे अच्छा उर्वरक कौन सा है?
n.p.k.10 ,10,10 ,
लौकी की अधिक पैदावार के लिए क्या कर?
मचान विधि से खेती करना
1 एकड़ मे लौकी की बीज़ कितना लगता है ?
1 kg