makka ki kheti
भारत के अधिकांश मैदानी भागों तथा पहाड़ी क्षेत्रों में makka ki kheti की जाती है मक्के की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी की जरूरत पड़ती है मक्का खरीब तथा रवि फसल दोनों मौसम में खेती की जाती है मक्का एक प्रमुख खाद्य फसल है जो कि मोटे दाने वाले बीजों की श्रेणी में आता है मक्के की खेती आगेती तथा पाश्चात्य दोनों तरीके से की जा सकती है
मक्का कार्बोहाइड्रेट का बहुत अच्छा स्रोत है यह एक बहु उपयोगी फसल होने के साथ-साथ पशुओं के चारे के रूप में भी प्रयोग किया जाता है मक्के के दाने को भुट्टे के रूप में खाया जाता है तथा मकई के आटे को चपाती के रूप में खाया जाता है तथा मकई उबाल कर पॉपकॉर्न आदि के साथ-उपयोग किया जाता है
तथा मकई पशुओं तथा मुर्गियां के आहार के रूप में प्रयोग किया जाता है साथ ही साथ इसमें पोस्टक चारा प्राप्त होता है
makka ki kheti kaise karen,in hindi
खेत तैयार करना
मक्के की फसल के लिए खेत तैयार करने के लिए सबसे पहले कल्टीवेटर से जुटा करें फिर उसके बाद खेत में और रोटावेटर से जुटाई करें तथा सड़ी गली गोबर का प्रयोग करें फिर एक बार तिरछी जुटाई करें जिससे गोबर और मिट्टी आपस में मिल जाए
बीज बोने का समय
मक्के बीज बोने का समय अधिकांशत तीन माह में किया जाता है तो जून -जुलाई या फिर अक्टूबर से नवंबर या तो फिर फरवरी से मार्च तक इन्हीं तीन माह में मक्के की खेती की जाती है
पाजाति
गंगा 5 | 50-80 |
डेककन 101 | 65 _60 |
गंगा _11 | 60 _70 |
डेकर्कन 101 | 60 _65 |
गंगा सफेद 2 | 60 -65 |
बीज की मात्रा
हाइब्रिड :-12 से 15 किलो / हेक्टेयर
research : -15 से 20 किलो/ हेक्टेयर
देशी सीड्स :- 40 से 50 किलो/ हेक्टेयर
बीज को उपचारित करना
बीज को बोने से पहले फंफुदनाशक दाव से उपचारित करे : दाव कोई भी ले सकते है जैसे साफ ,थायरम ,एग्रोसेने आदि
बीज बोने का तारीका
मक्के की बुवाई करने के लिए जब बरसात की शुरुआत हो जाए तभी मक्के की बुवाई करनी चाहिए मक्के की बुवाई के लिए मेड का उपयोग करना चाहिए जिससे पौधे में वृद्धि और पैदावार में भी वृद्धि हो सके
खाद और दवा की मात्रा
मक्के की बुवाई के लिए खाद N P K 80 50 30 जब भूमि की तैयारी करें तभी इस समय एनपीके का छिड़काव करना चाहिए इसके उपरांत मक्के में 30 – 25 दिन के बाद नाइट्रोजन का छिड़काव करें
makka ki kheti me कितना पानी देना चाहिए
मक्के में पानी समय अनुसार देना चाहिए जिससे फल फल की वृद्धि हो और मक्का जब पुष्पम अवस्था तथा दाने भरने के समय में हो तब पानी बहुत जरूरी होता है
कौन कौन कीट लगते है
makka ki khetiमें बहुत अधिक मात्रा में कीटों का प्रकोप नहीं होता है जिससे मक्के की अच्छे से पैदावार ली जा सकती है अगर समय रहते हुए मक्के में कीटों पर ध्यान दिया जाए तो मक्के में ज्यादा कटी नहीं लगा पाएंगे
hybired makka ki kheti
मक्के की हाइब्रिड की खेती करना अति उत्तम माना जाता है जिससे मक्के की हाइब्रिड की खेती करने में पैदावार और मुनाफे में होती है क्योंकि हाइब्रिड की किस्म जल्दी ग्रोथ और ज्यादा फली देते हैं
makka ki kheti kis rajye me ki jati hai
मक्के की खेती भारत के लगभग सभी राज्यों में की जाती है सबसे अधिक मात्रा में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, और मध्य प्रदेश में की जाती है
makka ki kheti ka samay
मक्के की खेती का समय खरीफ के समय जून से जुलाई में की जाती है तथा रवि के समय अक्टूबर से नवंबर में की जाती है और जायद के समय फरवरी से मार्च में की जाती है
march me makka ki kheti
मार्च में मक्के की खेती अधिकांशत किसान भाई मार्च के महीने में खेती करते हैं जिससे आगे चलकर उनको अच्छे मुनाफा प्राप्त हो इसलिए अधिकांश मार्च के महीने में खेती की जाती है
garmi mein makka ki kheti
गर्मी के महीने में मक्के की खेती करना बहुत ही डिफिकल्ट हो जाता है क्योंकि गर्मी के मौसम में मकई के लिए पानी का बहुत ज्यादा जरूरी होता है इसलिए जिन किसान भाइयों के पास गर्मी के मौसम में पानी होता है वही किसान गर्मी के माह में मक्के की खेती करते हैं
और गर्मी के माह में मक्के की खेती करना बहुत ही लाभकारी होता है क्योंकि अधिकांश तो हर एक राज्य में गर्मी में पानी कम हो जाता है जिससे गर्मी में मक्के की खेती करना एक फायदेमंद होता है
popcorn makka ki kheti
पॉपकॉर्न मक्के की खेती यही वाली मक्के होते हैं जो की मक्के को उबालकर उसको पुनः पॉपकॉर्न में कन्वर्ट किया जाता है जो की मक्के से ही होता है
Canculjan
यदि आप इस विधि से मक्के की खेती करते हैं तो आपको अधिकांश मुनाफा ही प्राप्त होगा क्योंकि इस लेख में आपको मक्के की खेती कैसे करनी है और कब करनी है यही चर्चा किया गया है अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगे तो शेर और लाइक कीजिए